एक ऐसा भारतीय जिसने महज तीन साल में 18 बिलियन डॉलर की कंपनी बना दी। Perplexity AI का सफर सफलता और नवाचार की मिसाल है, जिसे भारतीय मूल के अरविंद श्रीनिवास ने अपने साथियों के साथ शुरू किया था।
अरविंद श्रीनिवास: एक प्रेरणादायक शुरुआत
अरविंद श्रीनिवास का जन्म 7 जून 1994 को चेन्नई, तमिलनाडु में हुआ था। उनकी माता ने हमेशा सपना देखा था कि अरविंद IIT Madras में पढ़े, और अरविंद ने यह सपना पूरा किया। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री पूरी करने के बाद, उन्होंने मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में गहरी रुचि विकसित की, जो उन्हें अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले में PhD तक पहुंचा गई। IIT मद्रास के प्रोफेसर बालारामन रविंद्रन के मार्गदर्शन और मित्रों की प्रेरणा से अरविंद ने कम्प्यूटर साइंस और AI में गहन ज्ञान अर्जित किया।
Perplexity AI की स्थापना और टीम
अरविंद श्रीनिवास ने अगस्त 2022 में Andy Konwinski, Denis Yarats और Johnny Ho के साथ मिलकर अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में Perplexity AI की स्थापना की थी। टीम में चारों को AI, इंजीनियरिंग, और बड़े डाटा सिस्टम्स का बेहतरीन अनुभव था। अरविंद ने पहले OpenAI, Google Brain, और DeepMind जैसे संस्थानों में रिसर्च किया था।
Perplexity AI की सफलता
Perplexity AI एक क्रांतिकारी AI-सर्च इंजन है, जो जटिल सवालों के लिए सीधा, संदर्भित और विश्वसनीय जवाब प्रदान करता है। पारंपरिक सर्च इंजन की तरह सिर्फ लिंक की सूची नहीं, बल्कि सटीक और जांचे हुए उत्तर देने का वादा करती है। 2025 तक Perplexity AI का मूल्यांकन 18 बिलियन डॉलर से ज्यादा हो चुका है, और इसमें Jeff Bezos, Nvidia, Databricks जैसी कंपनियों ने निवेश किया है। Bharti Airtel के साथ साझेदारी से भारत के 36 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता अब मुफ्त में Perplexity Pro का उपयोग कर सकते हैं। हर महीने करीब 780 मिलियन खोजें की जाती हैं, और 20% की मासिक वृद्धि देखी जाती है।
चुनौतियाँ और नवाचार
Perplexity AI को उस समय शुरू किया गया जब Search Engine बाजार में बड़ी कंपनियों का दबदबा था। शुरुआत में विशेषज्ञों ने संदेह जताया, लेकिन अरविंद और टीम ने पारदर्शिता, विश्वसनीयता और सीधा जवाब देने की नई सोच के साथ मार्केट में जगह बनाई। कंपनी ने AI-ड्रिवन ब्राउज़र, मल्टी-मोडल सर्च और Deep Research टूल जैसी सुविधाएँ लॉन्च कीं, जिससे शोधकर्ता, विद्यार्थी और आम लोग सभी को फायदा मिला।
निष्कर्ष
अरविंद श्रीनिवास की इच्छाशक्ति, उनकी माँ के सपने, मजबूत तकनीकी टीम और खोज के प्रति जुनून ने Perplexity AI को AI की दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली कंपनियों में शामिल कर दिया। Perplexity का मॉडल पारदर्शिता, सटीकता और उपयोगकर्ता की जरूरतों को समझने पर आधारित है—यह नवाचार की प्रेरणा बनकर सामने आया है।