झारखंड की खेती में क्रांतिकारी बदलाव, Social Alpha और Sustain Plus ने किया बड़ा कदम

झारखंड में कृषि विकास की नई पहल: Social Alpha, Sustain Plus ने PRADAN के साथ किया टाई-अप

नई साझेदारी का मकसद और लक्ष्य : –

हाल ही में झारखंड में एक खास पहल की गई है। Social Alpha और Sustain Plus ने मिलकर PRADAN के साथ जुड़कर झारखंड की कृषि वैल्यू चेन को मज़बूत करने के लिए काम करने का फैसला किया है। इसका मकसद लगभग 1 लाख छोटे और सीमांत किसानों, खासतौर पर महिलाओं, को तकनीकी और जैविक मदद देकर खेती की पूरी प्रक्रिया को बेहतर बनाना है। इनकी योजना अगले चार वर्षों में किसानों की खेती से लेकर पैदावार के बाद की प्रक्रिया तक हर हिस्से में सुधार लाने की है।

महिलाओं को सशक्त करने वाली योजना : – 

इस प्रोजेक्ट में लगभग 40,000 महिलाएं, जो 20 किसान उत्पादन संगठनों (FPOs) से जुड़ी हैं, अपनी-अपनी कम्युनिटी में बदलाव की अगुआई करेंगी। PRADAN की मदद से जमीन पर कार्यान्वयन और कौशल विकास पर ज़ोर दिया जाएगा। झारखंड की महिला किसानों को जैविक खेती के लिए ट्रेनिंग, बेहतर बीज, जैव-पेस्टीसाइड्स, और आधुनिक कृषि उपकरण मुहैया कराए जाएंगे। इससे उनकी उपज में सुधार के साथ-साथ उनकी आमदनी भी बढ़ेगी।

टेक्नोलॉजी और नवाचार का रोल : – 

Social Alpha और Sustain Plus टेक्नोलॉजी को स्थानीय जरूरतों के मुताबिक लागू करने पर काम कर रहे हैं। झारखंड को एक ‘लिविंग लैब’ की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं, जहां टिकाऊ खेती, नवीकरणीय ऊर्जा और कृषि तकनीक के जरिए गांवों का विकास किया जा रहा है। इससे न केवल किसानों की जीवनशैली सुधरेगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण भी होगा। इस पहल से गांवों में सोलर पंप की शुरुआत हो चुकी है, जिससे सिंचाई के लिए बिजली की बचत होती है।

झारखंड की खेती में क्रांतिकारी बदलाव, Social Alpha और Sustain Plus ने किया बड़ा कदम
झारखंड की खेती में क्रांतिकारी बदलाव, Social Alpha और Sustain Plus ने किया बड़ा कदम(image source- linkedin)

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पहले से सफलता की झलकियाँ : – 

इससे पहले भी Sustain Plus और Social Alpha झारखंड के 13 जिलों में लगभग 900 गांवों में 4,300 से अधिक क्लीन एनर्जी सिस्टम लगा चुके हैं, जिससे 16,000 से ज्यादा किसान परिवारों को फायदा हुआ है। खासकर सोलर लिफ्ट सिंचाई से उनकी खेती जलसिंचाई योग्य क्षेत्र को बढ़ावा मिला है। इसके अलावा डेयरी किसानों के लिए भी मूल्य श्रृंखला सुधारने की योजना चल रही है।

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झारखंड सरकार की भूमिका और प्रतिक्रिया : – 

झारखंड सरकार के कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि खेती सिर्फ जमीन पर काम करना नहीं, बल्कि इससे जुड़ी सभी गतिविधियों में महिलाओं और समुदाय की भूमिका अहम है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार इस तरह की पहलों को मुख्यधारा में लाकर हर किसान तक पहुंचाना चाहती है। उनका मानना है कि टेक्नोलॉजी और महिलाओं को सशक्त करने से ही असली बदलाव सम्भव है।

आम आदमी की जुबानी: खेती का नया चेहरा : – 

मान लीजिए, एक किसान जिसकी जमीन सूखी और बेकार होती जा रही थी, आज उसे सोलर पंप और जैविक खेती के नए तरीकों की मदद मिल रही है। वह अपनी फसल की पैदावार भी बढ़ा पा रहा है और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक कर पा रहा है। यह सिर्फ एक उदाहरण है उन हजारों किसानों का, जो अब इस सहयोग से खेती को बेहतर बना रहे हैं।

झारखंड में Social Alpha, Sustain Plus और PRADAN की यह साझेदारी केवल खेती को बेहतर बनाने की कोशिश नहीं बल्कि किसानों की जिंदगी में बदलाव लाने का प्रयास है। खासतौर पर महिलाओं की भागीदारी से सामाजिक और आर्थिक बदलाव की उम्मीद और भी बढ़ जाती है। यह मॉडल मध्य भारत के अन्य जिलों में भी लागू किया जा सकता है, जिससे पूरे देश के किसान लाभान्वित हो सकें।

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