शुरुआत से लेकर बड़ी उपलब्धि तक : –
जब Amazon ने 2015 में अपनी ग्लोबल सेलिंग प्रोग्राम शुरू किया था, तो शायद किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि भारत से होने वाले एक्सपोर्ट्स एक दिन $20 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएंगे – वह भी साल 2025 के लक्ष्य से पहले। जी हां, हाल ही में Amazon ने यह बड़ी घोषणा की कि उसने भारत से ई-कॉमर्स के जरिए कुल $20 बिलियन डॉलर से अधिक के एक्सपोर्ट्स कर लिए हैं। यह एक बड़ी सफलता है, खासकर तब जब ये आंकड़ा छोटे और मध्यम स्तर के विक्रेताओं की मेहनत का परिणाम है, जो अपने प्रोडक्ट्स को दुनिया के 18 से ज्यादा मार्केटप्लेसों पर बेच रहे हैं।
Amazon Global Selling प्रोग्राम का जादू : –
Amazon का Global Selling प्रोग्राम भारत के करीब 2 लाख छोटे और मध्यम विक्रेताओं को वैश्विक बाजार तक पहुंचाने में मदद कर रहा है। इन विक्रेताओं ने अब तक 75 करोड़ से ज्यादा ‘मेड इन इंडिया’ प्रोडक्ट्स ग्राहकों तक पहुंचाए हैं। दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, और हरियाणा जैसे राज्यों के कई शहर इस नेटवर्क का हिस्सा हैं।
इस प्रोग्राम की सबसे खास बात यह है कि यह न सिर्फ मेट्रो सिटीज़ बल्कि छोटे शहरों और कस्बों को भी एक्सपोर्ट हब बनने में मदद कर रहा है। जैसे करूर, जुनागढ़, एरोडे, आनंद, हरिद्वार और पानिपत जैसे छोटे शहरों ने करोड़ों डॉलर के प्रोडक्ट्स के एक्सपोर्ट्स किए हैं।
किस श्रेणी के प्रोडक्ट्स ने मारा धमाका ? : –
Amazon द्वारा बढ़ावा मिली भारतीय एक्सपोर्ट्स में हेल्थ एंड पर्सनल केयर, ब्यूटी, टॉयज, होम डेकॉर, एंड कपड़े (ऐपरेल) की सबसे जयादा मांग देखी गई है। सालाना 35% से भी ज्यादा की ग्रोथ के साथ ये सेक्टर्स भारत के लिए प्रमुख एक्सपोर्टर्स बन गए हैं। खास बात ये है कि इस तेजी के बीच भी अमेरिकी सरकार द्वारा अगस्त में लगाए गए टैक्सेज़ का इस सीगमेंट पर बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ा।
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आगे के लक्ष्यों की ओर : –
Amazon ने अगला बड़ा लक्ष्य निर्धारित किया है, जो 2030 तक भारत से कुल $80 बिलियन डॉलर के एक्सपोर्ट्स का है। कंपनी का कहना है कि वे टेक्नोलॉजी, ट्रेनिंग, और इकोसिस्टम पार्टनरशिप के माध्यम से विक्रेताओं की मदद करते रहेंगे ताकि वे वैश्विक बाजार में और मजबूत हो सकें।
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आम आदमी की जुबानी में समझें : –
सोचिए कि सड़क किनारे बन रहे छोटे ब्यूटी प्रोडक्ट्स वाले दुकान या खिलौना बनाने वाले छोटे फैक्ट्री के मालिक भी अब सीधे अमेरिका, यूरोप या मध्य पूर्व के ग्राहकों तक अपने उत्पाद पहुंचा पा रहे हैं। पहले ये सब मिडलमैन के जरिए होता था, जिसमें मुनाफा कम होता था। अब सीधा ऑनलाइन बिकने से उन्हें बेहतर दाम और बड़े बाजार मिल रहे हैं। इससे उनकी आमदनी बढ़ रही है और वे अपने परिवार का भला कर रहे हैं।
क्यों है यह खबर खास ? : –
भारत की डिजिटल और ई-कॉमर्स ताकत को दिखाने वाली यह खबर बहुत बड़ी है। यह साबित करता है कि भारत न केवल टेक्नोलॉजी इस्तेमाल में बढ़ रहा है बल्कि यह ग्लोबल मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। छोटे व्यवसायों को नई भूमिकाएं, रोजगार और विदेशी मुद्रा कमाने का मौका मिल रहा है।