बिहार विधानसभा चुनाव 2025

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के संदर्भ में चुनाव आयोग (Election Commission of India – ECI) ने कई अहम निर्देश और नई व्यवस्थाएं जारी की हैं, जो चुनाव को सुरक्षित, पारदर्शी और सुचारू रूप से पूरा करने में मदद करेंगी।  चुनाव आयोग द्वारा घोषित प्रमुख विवरण और बदलाव

चुनाव तारीख और चरण:

  • चुनाव दो चरणों में होंगे। पहला चरण मतदान 6 नवंबर 2025 को और दूसरा चरण 11 नवंबर 2025 को होगा।
  • मतगणना 14 नवंबर 2025 को की जाएगी।
  • विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है, इसलिए चुनाव समय रहते पूरे होंगे।

चुनाव आयोग की नई व्यवस्थाएं और पहल:

  • मतदान केंद्र पर अब अधिकतम 1200 मतदाता ही रहेंगे, जिससे मतदान केंद्रों पर भीड़ न हो और प्रक्रिया चिकनी चले।
  • मतदान केंद्रों पर मोबाइल मोबाइल जमा करने की सुविधा मिलेगी ताकि वोटिंग सही और शांतिपूर्ण हो।
  • चुनाव से जुड़े सभी अधिकारियों, पुलिसकर्मियों और बूथ एजेंटों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे पूरी तैयारी के साथ काम करें।
  • मतदान केंद्रों पर 100 मीटर के अंदर उम्मीदवार प्रचार नहीं कर सकेंगे, जिससे निष्पक्षता बनी रहे।
  • सभी 90 हजार से अधिक बूथों पर शत-प्रतिशत लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है, जिससे चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होगी।
  • मशीनों (ईवीएम) में कोई भी असमानता पाए जाने पर वीवीपैट की गिनती अनिवार्य कर दी गई है।
  • डाक मतपत्रों की गिनती भी ईवीएम के अंतिम चरण से पहले पूरी कर ली जाएगी, जिससे परिणाम समय पर सामने आएंगे।
  • वोटर टर्नआउट की जानकारी डिजिटल इंडेक्स कार्ड के माध्यम से उपलब्ध करायी जाएगी।
  • 15 दिन में ई-पिक (इलेक्शन पहचान कार्ड) मिलेगा, जिससे मतदाता को अधिक सुविधा होगी।

 

नामांकन प्रक्रिया:

  • पहले चरण के लिए नामांकन 10 अक्टूबर से शुरू होकर 17 अक्टूबर तक चलेगा।
  • दूसरे चरण के लिए नामांकन 13 अक्टूबर से शुरू होकर 20 अक्टूबर तक होगा।
  • नामांकन की जांच पहले चरण के लिए 18 अक्टूबर और दूसरे चरण के लिए 21 अक्टूबर को होगी।
  • उम्मीदवार अपने नामांकन पहले चरण के लिए 20 अक्टूबर तक और दूसरे चरण के लिए 23 अक्टूबर तक वापस ले सकते हैं।

चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने भी लोगों से अपील की है कि ये चुनाव लोकतंत्र का महापर्व है, इसे उत्साह और व्यवस्था के साथ मनाना चाहिए और मतदान जरूर करना चाहिए।संक्षेप में, चुनाव आयोग ने इस बार चुनाव प्रक्रिया को पूरी तरह स्वच्छ, तकनीकी रूप से अपडेटेड और पारदर्शी बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। यह बिहार की जनता के लिए एक बेहतर चुनाव अनुभव होगा और सभी को मतदान में भाग लेना चाहिए ताकि उनकी आवाज़ सरकार तक पहुँच सके।

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