नई दिल्ली के सुप्रीम कोर्ट से आने वाली खबर में अब बड़ा बदलाव होने वाला है। न्यायपालिका के शीर्ष पायदान पर जल्द ही न्यायमूर्ति सूर्यकांत का नाम सुनाई देगा। उनकी संपत्ति और आमदनी के बारे में जो जानकारी सामने आई है, वह कई लोगों के लिए दिलचस्प और प्रेरणादायक दोनों है। आइए, एक आम इंसान की नजर से समझते हैं कि हमारे नए मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत की आर्थिक स्थिति कैसी है और उनकी संपत्ति का ब्यौरा क्या है।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत कौन हैं ? : –
न्यायमूर्ति सूर्यकांत भारतीय सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश हैं और उनकी सिंगल लाइनर प्रोफ़ाइल से ज्यादा दिलचस्प उनकी निजी संपत्ति और जीवनशैली भी है। जैसा कि हर इंसान जिज्ञासु होता है, ये जानना भी जरूरी है कि भारत के शीर्ष न्यायाधीश की आर्थिक स्थिति क्या है और वे आम जनता से कैसे जुड़े हुए हैं।
संपत्ति और बैंक डिपॉजिट का सच : –
उनकी संपत्ति का विवरण सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर उपलब्ध है, जो पूरी तरह पारदर्शी और प्रमाणित है। सूर्यकांत के पास कुल 16 फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) हैं जिनकी कुल रकम करीब 4.11 करोड़ रुपये है। वहीं, उनकी पत्नी के नाम भी 6 एफडी हैं, जिनकी कुल राशि लगभग 1.96 करोड़ रुपये है। यानी दोनों मिलकर करीब 6 करोड़ रुपये से ज्यादा बैंक डिपॉजिट में संरक्षित धन रखते हैं। उनके परिवार के पास विभिन्न सरकारी बचत योजनाओं में भी निवेश हैं, जो उनकी आर्थिक स्थिरता का अच्छा प्रमाण है।
सोना, चांदी और कीमती धातुएं : –
आम भाषा में कहें तो उनकी पारिवारिक संपत्ति में गोल्ड और सिल्वर जैसे कीमती धातुएं भी शामिल हैं। उनके पास लगभग 1.1 किलो सोने के आभूषण हैं जबकि चांदी के लगभग 6 किलो के आभूषण भी दर्ज हैं। ये गठित करता है उनकी पारिवारिक संपत्ति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा।
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जमीन-जायदाद का नेटवर्क : –
अपनी संपत्ति के मामले में वे उतने साधारण नहीं जितने दिखते हैं। उनके नाम पर चंडीगढ़ के सेक्टर 10 में एक आवास है। इसके अलावा पंचकूला जिले के गांव गोलपुरा में 13.5 एकड़ कृषि भूमि, नई चंडीगढ़ में एक बड़ा प्लॉट, गुरुग्राम में कई मकान और हिसार जिले में भी कृषि जमीन और घर हैं। ये सब उनकी संपत्तियों का एक बड़ा नेटवर्क बनाते हैं, जो दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में फैला हुआ है।
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जीवनशैली : –
सादगी और व्यवहारदिलचस्प बात यह है कि उनकी निजी जीवनशैली बहुत ज्यादा धनी या दिखावटी नहीं है। उनके पास कोई निजी वाहन नहीं है जबकि उनकी पत्नी एक वैगनआर कार चलाती हैं। उनकी दो बेटियां भी नियमित बचत योजनाओं में निवेशित हैं। इस प्रकार, उनकी संपत्ति में जोखिमपूर्ण निवेश की बजाय सुरक्षित और पारंपरिक विकल्प ज्यादा दिखते हैं।
आम आदमी की नजर से कहानी : –
अगर आम भाषा में कहें, तो न्यायमूर्ति सूर्यकांत का यह आर्थिक परिचय बताता है कि धन-संपदा के साथ भी वे अपनी साधारणता और नीति में टटस्थ हैं। करोड़ों की संपत्ति होने के बावजूद, वे सादगी भरे जीवन को प्राथमिकता देते हैं। उनकी संपत्ति भी सुरक्षित सरकारी बचत योजनाओं और ठोस जमीन-जायदाद में केंद्रित है, इससे उनकी प्रधानमंत्री और न्यायालय के प्रति प्रतिबद्धता झलकती है।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत न सिर्फ अपनी जिम्मेदारियों में गंभीर हैं बल्कि अपने वित्तीय मामलों में भी पारदर्शिता बनाए रखते हैं। उनके उदाहरण से हम सीख सकते हैं कि बड़ी संपत्ति होने के बावजूद सादगी और धोखाधड़ी से दूर रहना कितना महत्वपूर्ण है।