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“Gas की समस्या से छुटकारा चाहिए? आयुर्वेदिक विधि से जड़ से इलाज संभव है”

“Gas की समस्या से छुटकारा चाहिए? आयुर्वेदिक विधि से जड़ से इलाज संभव है”

“Gas की समस्या से छुटकारा चाहिए? आयुर्वेदिक विधि से जड़ से इलाज संभव है”(image source-mayo clinic news network)

#Gas की समस्या से छुटकारा चाहिए? आयुर्वेदिक विधि से जड़ से इलाज संभव है

अब आप सोचिए, सुबह उठते ही पेट फूला हुआ लगता है, खाना खाते ही डकारें आने लगती हैं, और रात को सोते वक्त पेट में गुड़गुड़ाहट। हम सोचते हैं कि शायद कुछ उल्टा खा लिया होगा, लेकिन ये रोज़ का मामला बन जाए तो समझिए कि गैस की समस्या ने घर बना लिया है।

Gas की समस्या क्यों होती है ?

आयुर्वेद के अनुसार गैस की समस्या वात दोष के असंतुलन से होती है। जब पाचन ठीक नहीं होता, खाना सही समय पर नहीं खाया जाता, या तला-भुना और प्रोसेस्ड फूड ज्यादा लिया जाता है — तो शरीर में गैस बनने लगती है। इसके साथ ही तनाव, नींद की कमी और पानी कम पीना भी इस समस्या को बढ़ाता है।

WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर तीसरा व्यक्ति किसी न किसी तरह की पाचन समस्या से जूझ रहा है — जिसमें गैस सबसे आम है।

“Gas की समस्या से छुटकारा चाहिए? आयुर्वेदिक विधि से जड़ से इलाज संभव है”(image source -max healthcare)

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आयुर्वेदिक विधि

अब बात करते हैं उस विधि की  —

1. त्रिफला चूर्ण रात को सोने से पहले

त्रिफला चूर्ण एक ऐसा आयुर्वेदिक मिश्रण है जो पेट की सफाई करता है, पाचन सुधारता है और गैस को जड़ से खत्म करता है। एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ रात को लेने से सुबह पेट साफ होता है और गैस की समस्या धीरे-धीरे कम होती है।

2. अजवाइन + काला नमक + नींबू

खाने के बाद अगर पेट भारी लगे तो एक चुटकी अजवाइन, थोड़ा काला नमक और नींबू का रस मिलाकर खा लें। ये मिश्रण पाचन को तुरंत राहत देता है और गैस बनने से रोकता है।

3. भोजन का समय और संयम

“भोजन का समय तय करें और संयम रखें।” यानी रोज़ एक ही समय पर खाना खाएं, ज्यादा देर तक भूखे न रहें, और रात का खाना हल्का रखें। आयुर्वेद में इसे “समयबद्ध आहार” कहा जाता है।

4. योग और प्राणायाम

गैस की समस्या सिर्फ खाने से नहीं, बल्कि शरीर की गतिशीलता से भी जुड़ी है। डॉ. शर्मा भुजंगासन, पवनमुक्तासन और अनुलोम-विलोम प्राणायाम की सलाह देते हैं। ये आसन पेट की गैस को बाहर निकालते हैं और पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं।

5. तांबे के बर्तन में पानी

सुबह उठकर तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी पीने से शरीर के टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं और पेट हल्का रहता है। ये आयुर्वेद का एक पुराना लेकिन असरदार उपाय है।

 

Disclaimer : – यह लेख केवल सूचना और जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई आयुर्वेदिक विधियां डॉ. रॉबिन शर्मा द्वारा साझा की गई सार्वजनिक जानकारियों पर आधारित हैं। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। यदि आपको गैस या पाचन संबंधी गंभीर समस्या है, तो कृपया किसी योग्य आयुर्वेदाचार्य या डॉक्टर से व्यक्तिगत परामर्श अवश्य लें। हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है, इसलिए किसी भी घरेलू या आयुर्वेदिक उपाय को अपनाने से पहले विशेषज्ञ की राय लेना ज़रूरी है।

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