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“Inflammation से राहत चाहिए? योग के आसान उपाय जो अंदर से असर करते हैं!”

“Inflammation से राहत चाहिए? योग के आसान उपाय जो अंदर से असर करते हैं!”

“Inflammation से राहत चाहिए? योग के आसान उपाय जो अंदर से असर करते हैं!”(image source-austinthyroid and endocrinology)

#Inflammation

अब आप सोचिए, सुबह उठते ही शरीर भारी लगता है, जोड़ों में हल्का दर्द, चेहरे पर सूजन, और मन में एक अजीब थकान। हम सोचते हैं — शायद नींद पूरी नहीं हुई, या मौसम का असर है। लेकिन असल में ये सब शरीर में “इंफ्लेमेशन” यानी सूजन का संकेत हो सकता है।

How to Reduce Inflammation Naturally

इंफ्लेमेशन होता क्या है?

इंफ्लेमेशन शरीर की एक प्राकृतिक प्रक्रिया है — जब शरीर किसी चोट, संक्रमण या तनाव से लड़ता है। लेकिन जब ये लगातार बना रहे, तो इसे “क्रॉनिक इंफ्लेमेशन” कहते हैं — जो धीरे-धीरे डायबिटीज, हार्ट डिजीज, आर्थराइटिस और यहां तक कि कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है।

“Inflammation से राहत चाहिए? योग के आसान उपाय जो अंदर से असर करते हैं!”(image source-hi-bliss hydrogen therapy)

WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में हर साल करोड़ों लोग इंफ्लेमेशन से जुड़ी बीमारियों से प्रभावित होते हैं — और इनमें से ज्यादातर को इसका पता ही नहीं होता।

अब बात करते हैं उन आसान तरीकों की  : –

1. योग और प्राणायाम

सूजन को कम करने के लिए शरीर को हर दिन थोड़ा हिलाना-डुलाना ज़रूरी है। इसके लिए ये आसन सबसे असरदार हैं:

वज्रासन: खाना खाने के बाद 5 मिनट बैठने से पाचन सुधरता है।
पवनमुक्तासन: पेट की गैस और सूजन को कम करता है।
अनुलोम-विलोम: शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ाता है और सूजन को शांत करता है।

मैंने हर सुबह 20 मिनट योग करना शुरू किया — और सच में, शरीर हल्का लगने लगा।

2. सही आहार

तला-भुना, प्रोसेस्ड फूड और ज्यादा मीठा — ये सब सूजन को बढ़ाते हैं। इसके बजाय ये चीजें खानी चाहिए:

– हल्दी वाला दूध
– आंवला या नींबू पानी
– ताजे फल और सब्जियां
– ओमेगा-3 युक्त चीजें जैसे अलसी के बीज

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3. तनाव कम करें

“तनाव ही सबसे बड़ा सूजन का कारण है।” इसके लिए ध्यान, श्वसन अभ्यास और सकारात्मक सोच जरूरी है। मैंने हर रात 10 मिनट ध्यान करना शुरू किया — और नींद भी बेहतर हो गई।

4. दिनचर्या में बदलाव

रात को जल्दी सोना, सुबह सूरज की रोशनी लेना, और दिनभर थोड़ा-थोड़ा चलना — ये सब शरीर को संतुलित रखते हैं। आयुर्वेद भी कहता है कि “दिनचर्या ही दवा है।”

 

डिस्क्लेमर:

यह लेख केवल सूचना और जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई विधियां योगा इंस्टिट्यूट द्वारा साझा की गई सार्वजनिक जानकारियों और आयुर्वेदिक सिद्धांतों पर आधारित हैं। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। यदि आपको सूजन या स्वास्थ्य संबंधी कोई गंभीर समस्या है, तो कृपया किसी योग्य डॉक्टर या आयुर्वेदाचार्य से व्यक्तिगत परामर्श अवश्य लें। हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है, इसलिए किसी भी उपाय को अपनाने से पहले विशेषज्ञ की राय लेना ज़रूरी है।

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