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Israel Attacks Qatar (इजरायल ने कतर पर किया हमला)

Israel Attacks Qatar (इजरायल ने कतर पर किया हमला)

इजरायल और कतर का संक्षिप्त इतिहास

इजरायल की स्थापना 1948 में हुई थी और यह मध्य पूर्व में एक यहूदी राष्ट्र है। कतर, दक्षिणी खाड़ी में एक प्रभावशाली और आर्थिक रूप से समृद्ध देश है, जो कई बार हमास जैसे समूहों का राजनीतिक समर्थन करता रहा है। इस वजह से दोनों देशों के बीच तनाव और संघर्ष हमेशा छिपा हुआ रहा है।

हाल की घटना: Israel Attacks Qatar (कतर में इजरायली हवाई हमला)

सितंबर 2025 में इजरायल ने कतर की राजधानी दोहा में हमास के शीर्ष नेताओं को निशाना बनाते हुए हवाई हमला किया। इजरायली सैन्य अधिकारियों ने बताया कि यह हमला 7 सितंबर गाजा पर हमास द्वारा किए गए हमले के बदले में हुआ था। इस हमले ने पूरे मध्य पूर्व में तनाव बढ़ा दिया है, क्योंकि कतर पर हमले से इस हमास वार्तालाप पर भी रोक लग गयी।

Israel Attacks Qatar (इजरायल ने कतर पर किया हमला)

अन्य देशों की प्रतिक्रिया

–  कतर: – प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी ने इस हमला को “संप्रभुता का उल्लंघन” और “आतंकी हमला” बताया। उन्होंने चेतावनी दी कि कतर इस तरह के हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत कड़े कदम उठाएगा। कतर ने कानूनी कार्रवाई और अंतरराष्ट्रीय विकल्पों की समीक्षा शुरू कर दी है।

–  पाकिस्तान:-  प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने कतर के अमीर से फोन पर बात कर हमले की कड़ी निंदा की और पाकिस्तान ने कतर के साथ पूरी एकजुटता जताई।

–  ईरान:– राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन ने इजरायल के हमले को अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया और कतर की संप्रभुता का हनन माना। उन्होंने क्षेत्रीय शांति के लिए इजरायली कब्जा और हमलों के अंत की मांग की।

–  जॉर्डन: – इस हमले को खतरनाक और अस्वीकार्य उत्तेजक कार्रवाई बताया और कड़ी निंदा की।

–  कुवैत:- इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि कतर को जवाब देने का अधिकार है।

–  यूएई:- उप प्रधानमंत्री अब्दुल्ला बिन जायद ने हमले की कड़ी निंदा की और शांति बनाए रखने की अपील की।

–  ओमान:- विदेश मंत्रालय ने इसे संप्रभुता का स्पष्ट उल्लंघन बताया।

–  भारत:- भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस हमले पर चिंता व्यक्त की और मध्य पूर्व में शांति और सुरक्षा के लिए संयम और कूटनीति का आग्रह किया।

–  अमेरिका:-  व्हाइट हाउस ने कहा कि इजरायल ने हमले की सूचना पहले ही कतर को दे दी थी, हालांकि कतर ने इसे निराधार बताया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमले का आदेश देने से इनकार किया है।

क्षेत्रीय प्रभाव और संभावित परिणाम

इजरायल के इस हमले ने खाड़ी क्षेत्र और पूरे मध्य पूर्व में तनाव में वृद्धि कर दी है। कई मुस्लिम देश हमले के खिलाफ एकजुट होकर इजरायल की कड़ी आलोचना कर रहे हैं। इस स्थिति ने गाजा में शांति वार्ता को भी ठहराव पर ला दिया है। कतर और उसके सहयोगी देशों ने चेतावनी दी है कि वे अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए हर कदम उठाएंगे। इस घटना के कारण मध्य पूर्व में संघर्ष और अस्थिरता बढ़ सकती है।

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