अगर किसी से बोला जाए कि झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन देश के अमीर मुख्यमंत्रियों में से एक हैं, तो सुनने में थोड़ा सा हैरानी भी हो सकती है। लेकिन जब उनकी संपत्ति के आंकड़े सामने आते हैं, तो पता चलता है कि ये बात कितनी सच है। चुनाव आयोग (ECI) और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) के मुताबिक हेमंत सोरेन की कुल संपत्ति करोड़ों में है। आइए, आम भाषा में बात करते हैं कि उनका डेटा क्या कहता है और ये सब कैसे होता है।
सबसे पहले ये समझ लें कि चुनाव के समय जो उम्मीदवार अपने नामांकन के साथ शपथ पत्र देते हैं, उसमें अपनी संपत्ति का खुलासा करना जरूरी होता है। हेमंत सोरेन ने भी झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया था, जिसमें उनकी कुल संपत्ति लगभग 25 करोड़ 33 लाख रुपए बताई गई है। इसके साथ ही उनकी करीब 3 करोड़ 92 लाख रुपए की देनदारी भी है। इसका मतलब ये है कि assets के नाम पर जितनी संपत्ति है, उससे कुछ कर्जा भी उस पर है। इस हिसाब से देखें तो कुल मिलाकर उनकी assets 25 करोड़ से ज्यादा हैं, लेकिन liabilities भी हैं जो करीब 4 करोड़ के करीब हैं।
अब बात करें उनके पास क्या-क्या है : –
हेमंत सोरेन के नाम पर कारें भी हैं, जिसमें 2008 मॉडल की एक कार भी शामिल है। उनके पास लगभग 40 लाख रुपए की ज्वेलरी है, जिसमें हीरों के हार और डायमंड सेट भी हैं। उनके पास मोटर व्हीकल के तौर पर दो कारें हैं, जिनमें टाटा सफारी भी है। इसके अलावा बैंक खातों में करोड़ों रुपयों का जमा है, शेयरों में भी निवेश किया हुआ है, जिसमें बजाज एलायंस, आकृति इन्फॉर्मेशन, टाटा मोटर्स और टाटा स्टील जैसी कंपनियों के शेयर शामिल हैं। परिवार के खातों में कुल मिलाकर करोड़ों का जमा दिखाई देता है।

उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी संपत्ति के मामले में काफी आगे हैं। इनके नाम पर भी करोड़ों की चल-अचल संपत्ति है, जिसमें कई कमर्शियल बिल्डिंग्स भी हैं। कल्पना के पास ज्वेलरी के अलावा जमीन-जायदाद और कई बैंक खातों में भरोसा जमाया हुआ पैसा है। दोनों के कुल संपत्ति मिलाकर 30-35 करोड़ रुपये के आस-पास की बताई जा सकती है।
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इस सब के बीच आम आदमी सोचता है कि आखिर इतनी संपत्ति राजनीति में कैसे आई ? : –
हेमंत सोरेन पेशे से एक राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। इन संपत्तियों का बड़ा एक हिस्सा उनकी पारिवारिक संपत्ति भी हो सकती है, साथ ही उनके निवेश और अन्य स्रोत भी इसमें शामिल हैं। यह बात भी साफ कर देनी चाहिए कि चुनाव आयोग के अनुसार ये संपत्ति उनके चुनाव समय के शपथपत्रों में घोषित संपत्ति है, जो पूरी तरह कानूनी और आधिकारिक है।
हेमंत सोरेन की यह संपत्ति 2019 के मुकाबले काफी बढ़ी है। उस वक्त उनकी कुल संपत्ति करीब 8.5 करोड़ रुपये थी, जो अब लगभग 25 करोड़ रुपये हो गई है। यह वृद्धि उनकी राजनीतिक सफलता, पारिवारिक ज़मीन-जायदाद, शेयर निवेश और अन्य आर्थिक गतिविधियों के चलते हो सकती है।
संक्षेप में कहें तो हेमंत सोरेन झारखंड के एक बड़े राजनीतिक परिवार से आते हैं और उनकी आर्थिक स्थिति भी उसी अनुसार मजबूत है। उनकी संपत्ति में बैंक बैलेंस, प्रॉपर्टी, वाहन, ज्वेलरी और कर्ज सभी शामिल हैं। चुनाव आयोग और ADR की रिपोर्ट बताते हैं कि वे पूर्वी भारत के सबसे अमीर मुख्यमंत्रियों में से हैं, जिनकी कुल संपत्ति 25 करोड़ रुपये के पार है।
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अगर कुछ आंकड़ों पर नजर डालें तो : –
यह जानकारी दिखाती है कि उनका आर्थिक पोर्टफोलियो काफी विस्तृत और मजबूत है। हालांकि, कुछ कर्ज भी उन पर है जो आम जानकारी में शामिल है।आशा है यह जानकारी साफ और सरल शब्दों में हेमंत सोरेन की संपत्ति का सही चित्र प्रस्तुत करती है। चुनाव आयोग और ADR जैसी विश्वसनीय संस्थाओं से मिली आधिकारिक रिपोर्ट पर आधारित है, ताकि कोई भी भ्रम न रहे। इस तरह के आंकड़े यह भी बताते हैं कि राजनीति और संपत्ति का एक गहरा जुड़ाव होता है, परन्तु पारदर्शिता के साथ ही यह भी जरूरी है कि जनता को अपने नेताओं की संपत्ति का सही तथ्य पता हो।