Mindgrove: चेन्नई का स्टार्टअप जिसने भारत का पहला घरेलू चिप बनाया

भारत के चिप निर्माण के क्षेत्र में एक नया और प्रेरणादायक अध्याय लिख रहा है चेन्नई का स्टार्टअप Mindgrove Technologies। ऐसा स्टार्टअप जिसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था कि भारत खुद अपना चिप बना सकता है, लेकिन Mindgrove ने यह कर दिखाया। इस ब्लॉग में इसे एक आम आदमी की नजर से, सरल भाषा में समझाने की कोशिश की गई है ताकि हर कोई जान सके कि भारत में ऐसा कैसे हो पाया और इसका क्या मतलब है।

Mindgrove : भारत का पहला घरेलू चिप निर्माता स्टार्टअप : –

शुरुआत – जब सपना लगा असंभवभारत जैसे देश में, जहां इलेक्ट्रॉनिक्स Hardware के बड़े हिस्से का आयात होता है, यह कल्पना करना मुश्किल था कि कोई भारत में खुद का चिप डिज़ाइन और निर्माण कर पाएगा। लेकिन चेन्नई में 2021 में एक छोटा सा स्टार्टअप Mindgrove Technologies शुरू हुआ, जिसने इस असंभव को सच कर दिखाया। कंपनी के संस्थापक शश्वत टी.आर. और शरण श्रीनिवास ने IIT मद्रास के सहयोग से देशी डिज़ाइन वाले System-on-Chip (SoC) तैयार करने का मन बना लिया।

Mindgrove: चेन्नई का स्टार्टअप जिसने भारत का पहला घरेलू चिप बनाया
Mindgrove: चेन्नई का स्टार्टअप जिसने भारत का पहला घरेलू चिप बनाया ( image source – defence india news )

कैसे बना Mindgrove कंपनी ? : –

शश्वत बताते हैं कि 2021 में पर्याप्त संसाधन न होने और तकनीकी चुनौतियों के बावजूद उन्होंने डिज़ाइन करना शुरू किया। Mindgrove ने भारत की पहली 28nm तकनीक आधारित Secure IoT चिप बनाई, जो स्मार्ट डिवाइस जैसे स्मार्टवॉच, स्मार्ट प्रिंटर, और इंफ्रास्ट्रक्चर में इस्तेमाल होती है। यह चिप 2025 के मध्य तक वाणिज्यिक रूप से लॉन्च हो रही है।

रूस-विश्वस्तरीय साझेदारी और समर्थन : –

Mindgrove ने BOSCH जैसी विश्व की बड़ी कंपनियों के साथ साझेदारी की है, जिससे तकनीकी मानक और भरोसे बढ़ा है। इसके अलावा, भारतीय सरकार के डिज़ाइन लिंक्ड इंसेंटिव (DLI) कार्यक्रम के तहत 15 करोड़ रूपए का वित्तीय समर्थन भी मिला है, जो देश की तकनीकी आत्मनिर्भरता की ओर एक बड़ा कदम है।

RISC-V और Shakti प्रोसेसर : भारत का अपना तकनीकी आधार : –

Mindgrove के चिप्स में भारत के IIT मद्रास द्वारा विकसित RISC-V आर्किटेक्चर और Shakti प्रोसेसर का इस्तेमाल होता है। RISC-V एक खुला स्रोत तकनीक है जो लागत कम करने और अनुकूलन की सुविधा देती है। Shakti प्रोसेसर भारत का पहला औद्योगिक ग्रेड RISC-V कोर है, जो भारत की तकनीकी स्वतंत्रता को मजबूत करता है।

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क्यों महत्वपूर्ण है यह ? :  –

भारत में तकनीकी डिजाइन टैलेंट का 20% हिस्सा है, लेकिन ज्यादातर टैलेंट विदेशी कंपनियों के लिए काम करता है, और ज्यादा चिप्स आयात पर निर्भर रहता है। Mindgrove का लक्ष्य इन चिप्स को भारत में डिज़ाइन और स्वामित्व में लाना है, ताकि भारतीय इकोसिस्टम को बेहतर बनाया जा सके। इससे लागत कम होगी, उत्पाद जल्दी बनेंगे और देश की सुरक्षा भी बढ़ेगी।

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आम आदमी के नजरिए से क्या है फायदा ? : –

आम आदमी के लिए इसका मतलब है कि भविष्य में भारत में बने स्मार्टफोन, स्मार्ट टीवी, कैमरे, गाड़ियों में भारतीय चिप्स होंगे। इससे प्रोडक्ट की कीमत कम हो सकती है, डिवाइस अधिक भरोसेमंद होंगे और हमेशा तकनीकी सपोर्ट मिलेगा। साथ ही, यह भारत को डिजिटल और तकनीकी क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

भविष्य की योजना : –

Mindgrove अब Vision SoC और Edge कम्प्यूटिंग जैसे हाई-परफॉर्मेंस चिप्स विकसित कर रहा है, जो सेल्फ-ड्राइविंग कारों, सुरक्षा कैमरों और वीडियो प्रोसेसिंग जैसे क्षेत्रों में इस्तेमाल होंगे। ये सब 2025 और उसके बाद के वर्षों में बाजार में आते रहेंगे।

 

 

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