कुछ वक्त पहले तक Alexander Wang नाम का शायद ही किसी आम आदमी ने नाम सुना हो, लेकिन आज टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में इन्हीं महाशय की चर्चा हर जगह है। वजह है—मेटा (जिसे लोग फेसबुक के नाम से भी जानते हैं) ने Alexander Wang को 14 बिलियन डॉलर की अपनी नई सुपरइंटेलिजेंस यूनिट का हेड बना दिया है। ये खबर सुनकर टेक वर्ल्ड में जितनी हलचल मची, इतनी तो क्रिकेट में IPL खरीद-फरोख्त के दौरान भी नहीं मची होगी।
Alexander Wang कौन हैं ? : –
Alexander Wang की कहानी किसी फिल्मी हीरो से कम नहीं है। न्यू मैक्सिको के एक साधारण परिवार में जन्मे और चीन से माइग्रेट करके आए वैज्ञानिक माता-पिता के बेटे Wang बचपन से ही मैथ्स और कंप्यूटर में माहिर थे। उन्होंने MIT (मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) की पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी, क्योंकि उनका सपना था एक अपनी AI कंपनी बनाने का। 19 साल की उम्र में अपने दोस्त Lucy Guo के साथ ‘Scale AI’ नाम की कंपनी शुरू की—एक ऐसा स्टार्टअप जो AI मॉडल्स के लिए डेटा इकट्ठा और लेबलिंग करता है। आज यही Scale AI 29 बिलियन डॉलर से ऊपर की वैल्यू पर पहुँच गई है।
ये भी पढ़े : – नोबेल पुरस्कार विजेता 2025: जानिए विज्ञान के नए सितारे
मेटा की AI रेस और 14 बिलियन डॉलर की डील : –
अब बात करते हैं Meta की। मार्क जुकरबर्ग (Meta के CEO) महसूस कर रहे थे कि उनकी कंपनी AI की रेस में Google, Microsoft, और OpenAI जैसे प्रतिद्वंद्वियों से पीछे छूट रही है। ऐसे में जुकरबर्ग ने खतरा उठाकर Scale AI में 14.3 बिलियन डॉलर की भारी-भरकम रकम लगा दी और बदले में Wang को Meta Superintelligence Labs (MSL) का चीफ AI ऑफिसर बना दिया। यह Meta के इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी डील थी।
इस डील से Meta को Scale AI की तकनीक, डेटा, और टैलेंट तक सीधा एक्सेस मिल गया और Alexander Wang को ‘AI ड्रीम टीम’ का कप्तान बना दिया गया—वो भी दुनिया के सबसे तेज दिमागों के साथ।

नई Meta Superintelligence Labs का मिशन : – अब Alexander Wang के नेतृत्व में Meta Superintelligence Labs (MSL) AI की दुनिया के बेहतरीन टैलेंट के साथ काम कर रहा है। इसमें OpenAI, Google DeepMind, Anthropic, Waymo जैसी कंपनियों के एक्सपर्ट्स जुड़े हैं। MSL का मिशन है ऐसी AI बनाना जो सिर्फ चैटबॉट ही न हो, बल्कि इंसानों जैसी सोच-समझ, जनरेटिव मॉडल और मल्टीमोडल (यानि बोलचाल, तस्वीर, आवाज़ एकसाथ समझने वाली) सुपरइंटेलिजेंस के क्षेत्र में नई क्रांति लाए।
ये भी पढ़े : – अब आने वाली है भारतीय डिजिटल करेंसी – हर इंसान को क्या मिलेगा फायदा?
अब सवाल है कि इससे आम आदमी को क्या मिलेगा? : –
सोचिए—थोड़ी ही देर में आने वाले वक्त में सोशल मीडिया, गेम्स, वर्चुअल रिएलिटी, चैटिंग और हेल्थ जैसी एप्लिकेशन पहले से कई गुना स्मार्ट और पर्सनलाइज्ड हो जाएँगी। काम का तरीका बदल जाएगा—ऑनलाइन शॉपिंग में बेहतरीन सलाह मिलेगी, जिंदगी और बिजनेस में AI बैठकर मनचाहा कंटेंट, बेहतर फैसले और सुरक्षा देगी। और भारत जैसे देश में भी, जहाँ करोड़ों लोग सोशल मीडिया व ऐप्स यूज़ करते हैं, वहाँ तक ये बदलाव सीधे पहुँचेगा।
टेक्नोलॉजी की दुनिया में नई होड़ : – Meta की यह सुपरइंटेलिजेंस टीम और Wang की कप्तानी ने बाकि कंपनियों को भी चौकन्ना कर दिया है। भारी-भरकम सैलरी, साइनिंग बोनस और Elon Musk-स्टाइल टैलेंट वॉर शुरू हो चुकी है। अब देखना होगा कि Wang की यह लीडरशिप Meta को AI की दुनिया में अगला सरताज बनाती है या नहीं, लेकिन एक बात तय है—Alexander Wang अब टॉप AI वर्ल्ड के पोस्टर बॉय बन गए हैं, और उनकी कहानी लाखों युवाओं को नई राह दिखा रही है।