भारत का साइबरसिक्योरिटी इकोसिस्टम 20 अरब डॉलर की इंडस्ट्री में बदला : CERT-In प्रमुख की रिपोर्ट
डिजिटल इंडिया की सुरक्षा की नई दिशाआज के जमाने में जब हर काम ऑनलाइन होने लगा है, तब हमारी जानकारी और डेटा की सुरक्षा एक बहुत बड़ी चुनौती बन गई है। भारत में भी पिछले कुछ वर्षों में डिजिटल तकनीकों का इस्तेमाल इतनी तेजी से बढ़ा कि साइबर सुरक्षा का महत्व पहले से भी ज्यादा बढ़ गया है। भारत सरकार के कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) के प्रमुख डॉ. संजय बहल ने हाल ही में बताया कि भारत का साइबरसिक्योरिटी इकोसिस्टम अब 20 अरब डॉलर की इंडस्ट्री बन चुका है। इस क्षेत्र में 400 से ज्यादा स्टार्टअप्स हैं, जो 6.5 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार दे रहे हैं और देश को साइबर सुरक्षा की नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं।
साइबरसिक्योरिटी इंडस्ट्री में तेजी से वृद्धि : –
भारत की साइबर सुरक्षा बाजार 2024 में लगभग 10 बिलियन डॉलर के करीब पहुँच चुका है और अनुमान है कि 2030 तक यह 20 से 36 अरब डॉलर (लगभग 2 से 3 लाख करोड़ रुपए) तक जा सकता है। इसके विकास की दर लगभग 15 से 20% के बीच है, जो इसे विश्व के सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक बनाता है। डिजिटल इंडिया के तहत क्लाउड कंप्यूटिंग, फिनटेक, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) जैसे नए क्षेत्रों के विकास के साथ ही साइबर सुरक्षा की मांग लगातार बढ़ रही है।
साइबर खतरे और सजगता : –
डिजिटल लेन-देन, ऑनलाइन पेमेंट, सरकारी डेटा, निजी जानकारी और बुनियादी ढांचे को लगातार साइबर हमलों का खतरा बना रहता है। साइबर अपराध जैसे हैकिंग, मैलवेयर, रैंसमवेयर, फिशिंग हमले और डेटा चोरी भारत में तेजी से बड़े पैमाने पर बढ़े हैं। इन खतरों से निपटने के लिए भारत सरकार ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, नई साइबर कानून और CERT-In जैसे संगठनों की स्थापना की है जो साइबर हमलों का तुरंत पता लगाकर बचाव करते हैं।
CERT-In का बदलाव और भूमिका : –
CERT-In ने अपनी प्रक्रिया में एआई (Artificial Intelligence) और ऑटोमेशन को शामिल करके साइबर हमलों की पहचान और जवाबी कार्रवाई को और तेज़ और प्रभावी बना दिया है। इससे अब खतरे आने से पहले ही पहचान कर उन्हें रोका जा सकता है। डॉ. संजय बहल कहते हैं कि साइबर सुरक्षा सिर्फ तकनीकी मामला नहीं रह गया, यह अब राष्ट्रीय सुरक्षा का अहम हिस्सा बन चुका है। भारत न केवल साइबर सुरक्षा का बड़ा बाजार है बल्कि अब वैश्विक सुरक्षा इकोसिस्टम में एक प्रमुख सप्लायर और इनोवेटर के तौर पर उभर रहा है।
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स्टार्टअप्स और रोजगार : –
भारत में 400 से ज्यादा साइबर सुरक्षा स्टार्टअप्स हैं जो नई-नई तकनीकों का विकास कर रहे हैं जैसे थ्रेट इंटेलिजेंस, फॉरेंसिक्स, और AI-आधारित मॉनिटरिंग सिस्टम। ये स्टार्टअप्स लाखों युवाओं को रोजगार दे रहे हैं और देश की आर्थिक प्रगति में भी योगदान दे रहे हैं। साइबर सुरक्षा क्षेत्र में विशेषज्ञों की बहुत जरूरत है इसलिए यह क्षेत्र युवाओं के लिए सुनहरा अवसर भी बन गया है।
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आम लोग क्यों रहें सावधान ? : –
चाहे आप आम इंटरनेट यूजर हों या बड़े उद्योगपति, साइबर सुरक्षा का महत्व आपके लिए शायद सबसे ज्यादा है। हर दिन हजारों साइबर हमले होते हैं जो आपके बैंक खाते, मोबाइल, पासवर्ड और निजी जानकारी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए सुरक्षा के लिए सॉफ्टवेयर अपडेट रखें, मजबूत पासवर्ड बनाएं और संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें। भारत सरकार की डिजिटल जागरूकता अभियानों को समझना और पालन करना हर नागरिक के लिए जरूरी है।
