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धनबाद में पानी का संकट जारी, एक साल तक लोगों को झेलना पड़ सकता है भारी जल संकट!

धनबाद में पानी का संकट जारी, एक साल तक लोगों को झेलना पड़ सकता है भारी जल संकट!

धनबाद में पानी का संकट जारी, एक साल तक लोगों को झेलना पड़ सकता है भारी जल संकट!(image source - jagran)

धनबाद के लोग इन दिनों पानी की किल्लत की वजह से बहुत परेशान हैं। गर्मी हो या बरसात, अब पेयजल मिलना इतना आसान नहीं रहा। जल विभाग के अधिकारियों ने साफ कह दिया है कि ये संकट अभी खत्म होने वाला नहीं है, बल्कि अगले एक साल तक लोगों को पानी के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है। चलिए, आम भाषा में जानते हैं कि आखिर ये संकट कैसे आया और अब क्या होगा।

पानी की कमी की वजह क्या है? – धनबाद में पानी की समस्या कई सालों से बढ़ती जा रही है। सबसे बड़ी वजह है शहर की तेजी से बढ़ती आबादी और घरों का विस्तार। नए मोहल्ले बन रहे हैं, लोगों की तादाद बढ़ रही है, लेकिन पानी का इंतजाम वही पुराना रह गया। जल विभाग के अनुसार, शहर में जुडको ने हजारों अवैध कनेक्शन जोड़ दिए हैं, जिससे पाइपलाइन पर ज्यादा दबाव है। साथ ही, पाइपों में लीकेज हो रहे हैं, जिनकी मरम्मत पर ध्यान कम दिया जा रहा है। इस वजह से जलमीनारों तक पानी भरना मुश्किल हो रहा है और सप्लाई बाधित हो रही है।

जलमीनार और सप्लाई की स्थिति : – धनबाद में कुल 19 जलमीनार हैं, जो शहर को पानी पहुंचाती हैं। पर अब उनमें से कई जलमीनार ठीक से काम नहीं कर रही हैं। भूदा जलमीनार की समस्या हाल ही में काफी तेज हुई, जिसके कारण लगभग 30 हजार लोग बिना पानी के रह गए। जल विभाग का कहना है कि छह नई जलमीनार बनाने का काम चल रहा है, जो अगले एक साल में बन कर पूरी सप्लाई बेहतर कर देंगी। लेकिन उनके तैयार होने तक ही ये मुश्किलें जारी रहेंगी।भूजल का हाल भी कुछ बेहतर नहीं है पानी की कमी सिर्फ टंकी और पाइपलाइन की ही समस्या नहीं है। धनबाद का भूजल स्तर काफी नीचे चला गया है। पिछले कुछ सालों में भूजल का स्तर 3.8 से 6.7 मीटर तक गिरा है। कई कुएं और तालाब तो बंद या अतिक्रमण के कारण खराब हो चुके हैं। जो कुएं अभी बच गए हैं, उनका पानी भी प्रदूषित होता जा रहा है। खेती के लिए भी पानी की कमी हो रही है, जिससे किसानों को भूखमरी का डर सताने लगा है।

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आम आदमी की परेशानी सोचिए, आप सुबह उठते हैं और नहाने, पीने, खाना बनाने के लिए पानी नहीं मिलता। पानी के लिए टंकी के सामने घंटों लाइन में खड़े रहना पड़ता है। कई इलाकों में तो दस-पंद्रह मिनट के लिए भी पानी नहीं आ पा रहा। ऊंचाई वाले इलाकों के लोग तो पानी की पूरी सप्लाई बंद होने से बुरी तरह परेशान हैं। कई बार लोग बरसात के पानी और जमा हुआ पानी छान-छानकर इस्तेमाल करने को मजबूर हैं। जल संकट की वजह से दैनिक कामधाम ठप हो गए हैं और लोग नाराज हैं।

धनबाद में पानी का संकट जारी, एक साल तक लोगों को झेलना पड़ सकता है भारी जल संकट!(image source – telegraph india)

चेतावनी और उम्मीद : – पेयजल विभाग के अधिकारियों ने साफ कह दिया है कि जलमीनार पूरी तरह नहीं बनने तक और पाइपलाइनों की मरम्मत खत्म नहीं होने तक पानी की समस्या पूरी तरह खत्म नहीं होगी। इससे हजारों लोग रोजाना संकट में रहेंगे। लेकिन ये उम्मीद भी है कि छह नई जलमीनार बन जाने के बाद कुछ हद तक राहत मिलेगी।स्थानीय लोग नगर निगम और जल विभाग पर आरोप भी लगा रहे हैं कि समय पर मरम्मत नहीं की जा रही, अवैध कनेक्शन बढ़ गए हैं, जिससे समस्या गंभीर हो गई है। सरकार द्वारा पानी की समस्या को लेकर हरकत की उम्मीद है, लेकिन फिलहाल एक साल तक ये संकट साथ निभाना पड़ सकता है।

जल संकट सिर्फ एक विभाग या एक शहर की समस्या नहीं, बल्कि हर उस जगह की समस्या है जहां पानी के सही प्रबंधन और संरक्षण पर ध्यान नहीं दिया जाता। धनबाद में भी कई गलत फैसलों और अव्यवस्थाओं की वजह से ये समस्या गहरी हो गई है। आम आदमी की नजर में यह संकट एक वक्त की चेतावनी है कि अगर पानी की बचत और साफ-सफाई पर ध्यान नहीं देंगे तो भयंकर हालात बनेंगे।इसलिए धनबादवासियों को अब सतर्क रहकर पानी की बर्बादी रोकनी होगी, पानी के हर बूंद की कद्र करनी होगी और सरकार से भी जल्द समाधान की उम्मीद रखनी होगी। तभी ये पानी का संकट कम होगा और लोग फिर से राहत की सांस ले सकेंगे।

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