भारत में ई-पासपोर्ट 2025 में लॉन्च किया गया है। यह पारंपरिक पासपोर्ट की तुलना में अधिक सुरक्षित और तकनीकी रूप से उन्नत डॉक्यूमेंट है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक माइक्रोप्रोसेसर चिप और एंटीना लगे होते हैं। इस चिप में व्यक्ति की बायोमेट्रिक जानकारी जैसे फिंगरप्रिंट, डिजिटल फोटो, और आइरिस स्कैन संग्रहीत होती है, जिसके कारण यह पासपोर्ट नकल और धोखाधड़ी से बचाता है। भारत में इस योजना को पासपोर्ट सेवा प्रोग्राम (PSP) 2.0 के अंतर्गत शुरू किया गया है और इसे ICAO (इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन) के मानकों के अनुसार डिज़ाइन किया गया है।
ई-पासपोर्ट क्या है?
ई-पासपोर्ट एक इलेक्ट्रॉनिक पासपोर्ट होता है, जिसमें पारंपरिक कागजी पासपोर्ट के साथ एक RFID (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) चिप जुड़ी होती है। इस चिप में पासपोर्टधारी की व्यक्तिगत और बायोमेट्रिक डिटेल्स एन्क्रिप्टेड रूप में संग्रहीत रहती हैं। इस तकनीक से पासपोर्ट की सुरक्षा बढ़ जाती है और विदेशी बॉर्डर पर तेज़ व सुरक्षित पहचान संभव होती है।
प्रमुख विशेषताएँ : –
- पासपोर्ट के फ्रंट कवर पर एक गोल्डन रंग का छोटा चिप इम्बेडेड होता है।
- बायोमेट्रिक डाटा जैसे फिंगरप्रिंट, फेस इमेज और आइरिस स्कैन इसमें स्टोर होते हैं।
- व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, जन्मतिथि, पासपोर्ट नंबर सुरक्षित रूप में चिप में रहती है।
- ICAO के ग्लोबल स्टैंडर्ड्स की पूरी पालना करता है।
- पासपोर्ट की नकल और धोखाधड़ी की सम्भावना बहुत कम होती है।
- हवाई अड्डे पर इमिग्रेशन प्रक्रिया तेज़ हो जाती है।

भारत में लॉन्च प्रक्रिया :-
भारत में 1 अप्रैल 2024 को एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में ई-पासपोर्ट सेवा शुरू हुई। नए पासपोर्ट प्रणाली को 2025 में देश भर में धीरे-धीरे लागू किया जा रहा है। शुरुआत में कुछ चुनिंदा शहरों जैसे नागपुर, भुवनेश्वर, जम्मू, पांजि, श्रीनगर, प्रयागराज, में यह सेवा उपलब्ध हुई। सरकार ने Passport Seva Programme 2.0 को लॉन्च करते हुए देशव्यापी विस्तार की रूपरेखा बनाई है। इस योजना के अंतर्गत 2029 तक 400 नए पासपोर्ट सेवा केंद्र स्थापित करने तथा 600 मौजूदा केंद्रों को आधुनिक बनाने का प्रावधान है।
आवेदन की प्रक्रिया :-
ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन सामान्य पासपोर्ट के समान ऑनलाइन पासपोर्ट सेवा पोर्टल के माध्यम से किया जाता है। विशेष बायोमेट्रिक सेंसर के कारण पुलिस सत्यापन प्रक्रिया और पासपोर्ट जारी करने का समय कम हुआ है। भारत सरकार ने कई राज्यों में पुलिस वेरिफिकेशन के लिए mPassport Police App भी लॉन्च किया है, जिससे सत्यापन में तेजी आई है।
लाभ :-
- सुरक्षा में सुधार: पासपोर्ट की नकल और धोखाधड़ी को रोकने में मदद।
- तेज़ यात्रा: हवाई अड्डों पर ई-गेट्स के माध्यम से तेज़ इमीग्रेशन।
- वैश्विक मानक: अंतरराष्ट्रीय निकाय ICAO के नियमों के अनुरूप।
- डिजिटल एकीकरण: पासपोर्ट में डिजिटल सूचना सुरक्षित एवं बायोमेट्रिक जानकारी समाहित।
भारत का यह नया ई-पासपोर्ट पहल नागरिकों के लिए विदेशी यात्रा को अधिक सुरक्षित, तेज़ और सुविधाजनक बनाएगी। यह तकनीकी विकास दुनिया के 120 से अधिक देशों के समान आधुनिकतम सुरक्षा मानकों के अनुरूप है और भारत को एक डिजिटल और सुरक्षित यात्रा प्रणाली की ओर ले जाता है।
इस प्रकार, भारत में ई-पासपोर्ट की शुरुआत देश के यात्रा और सुरक्षा ढांचे में एक महत्वपूर्ण क्रांतिकारी कदम है, जो आने वाले समय में पूरी तरह से लागू होकर आम जनता को विश्वस्तरीय सुविधा प्रदान करेगा।
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