रांची,धनबाद और जमशेदपुर को मिल सकती है मेट्रो की सौगात – केंद्र ने राज्य सरकार से माँगा CMP

 

झारखंड में मेट्रो ट्रेन को लेकर इन दिनों खूब चर्चा हो रही है। रांची, जमशेदपुर और धनबाद – ये तीन बड़े शहर अब जल्द ही मेट्रो ट्रेन की लाइन पर आ सकते हैं। केंद्र सरकार ने हाल ही में झारखंड सरकार से इन तीनों शहरों के लिए नया कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान (CMP) यानी विस्तार से बनाया गया एक रिपोर्ट मांग लिया है, जिसमें ये देखा जाएगा कि मेट्रो यहाँ कितनी जरूरी है और किस रूट पर सबसे सही रहेगी।

शुरुआत कैसे हुई : –

सारी बात शुरू हुई जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीते जुलाई महीने में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से रांची समेत अन्य शहरों में मेट्रो ट्रेन की जरूरत बताई। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा था कि अब ट्रैफिक इतना बढ़ गया है कि मेट्रो के बिना शहरों का काम चलना मुश्किल है। इसके जवाब में केंद्र सरकार ने झारखंड सरकार को बोला – “भाई आप पहले नया CMP बनाकर भेजिए, फिर देखेंगे आगे क्या करना है”।

रांची,धनबाद और जमशेदपुर को मिल सकती है मेट्रो की सौगात - केंद्र ने राज्य सरकार से माँगा CMP
रांची,धनबाद और जमशेदपुर को मिल सकती है मेट्रो की सौगात – केंद्र ने राज्य सरकार से माँगा CMP(image source-metro rail news)

CMP क्या है और क्यों जरूरी है? 

CMP यानी कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान, असल में एक ऐसा दस्तावेज है जिसमें शहर की पूरी ट्रैफिक-व्यवस्था, सड़कें, बसें, कब-कहां कितनी भीड़ लगती है, जाम की समस्या, प्रदूषण जैसे मुद्दों पर गहराई से अध्ययन किया जाता है। इसी रिपोर्ट की मदद से केंद्र सरकार तय करती है कि किस रूट पर मेट्रो ट्रेन चले, ताकि सबसे ज्यादा लोगों को फायदा मिले।

पुराने CMP को देखकर केंद्र को लगा कि अब शहरों की जरूरतें बदल चुकी हैं, इसलिए नया रिपोर्ट भेजना पड़ेगा।सरकार ने क्या कदम उठाएराज्य सरकार में जैसे ही केंद्र से नया CMP मांगा गया, सीएम सोरेन ने नगर विकास और आवास विभाग को निर्देश दिए कि फौरन नया CMP तैयार हो। सरकारी अफसरों ने RFP (Request For Proposal) भी जारी कर दिया, यानी CMP बनाने वाली एजेंसी चुनी जा रही है। सरकारी अधिकारियों का कहना है कि एक-डेढ़ महीने के अंदर ही CMP बनकर तैयार हो जाएगा, फिर तुरंत केंद्र को भेज देंगे।

आम लोगों की उम्मीद : –

झारखंड के लोग मेट्रो ट्रेन को लेकर काफी उत्साहित हैं। सबको लगता है कि अगर मेट्रो आ जाएगी तो ट्रैफिक की दिक्कतें कम हो जाएंगी, सफर आरामदायक और तेज़ होगा। फिलहाल रांची, जमशेदपुर और धनबाद में टैंगन, ऑटो, और प्राइवेट गाड़ियों का ही बोझ है, जिससे सड़कें जाम रहती हैं और प्रदूषण भी बढ़ रहा है। मेट्रो बिजली से चलती है, इस वजह से गाड़ियों से निकलने वाला धुआं भी कम होगा, और सफर सस्ता और टिकाऊ हो जाएगा।

इतना आसान भी नहीं!

मेट्रो प्रोजेक्ट इतना आसान भी नहीं है। कई बार फिजिबिलिटी स्टडी और सरजमीं पर आई दिक्कतें भी सामने आती हैं – जैसे शहर के नीचे पत्थर की मोटी परत या दूसरी टेक्निकल चुनौतियां। सरकार पहले भी केंद्र को प्रस्ताव भेज चुकी है, लेकिन CMP जैसे जरूरी दस्तावेज और तकनीकी पड़ताल में वक्त लग गया था।

अब उम्मीद ये है कि नई रिपोर्ट के बाद काम तेजी से आगे बढ़ेगा।आगे क्या होगा?CMP रिपोर्ट जैसे ही फाइनल होगी, उसे केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। उसके बाद केंद्र सरकार के स्तर पर तमाम जांचें होंगी, उनकी हरी झंडी मिलते ही फिर डीपीआर (Detailed Project Report) बनेगा और तब जाकर मेट्रो प्रोजेक्ट का असली काम शुरू होगा – जैसे रूट तय करना, फंडिंग का इंतजाम, और फिर निर्माण।

ये भी पढ़े : – झारखंड में कुर्मी समाज द्वारा रेल रोको आंदोलन

हमारी जिंदगी में मेट्रो की अहमियत

अब बात करें आम आदमी की तो मेट्रो का सीधा फायदा रोज कॉलेज, ऑफिस या मार्केट आने-जाने वालों को होगा। सड़क पर वक़्त बचाएगी, ट्रैफिक और पेट्रोल के पैसे भी बचाएगी, और सफर ज्यादा सुरक्षित भी होगा। देखा जाए तो ये सिर्फ नई ट्रेन नहीं बल्कि झारखंड के शहरों के लिए विकास की नई रफ्तार और उम्मीद लेकर आएगी। झारखंड की मेट्रो कहानी बस शुरू होने ही वाली है – अब देखना है कि नया CMP कब बनकर तैयार होता है और कब हमारे शहरों की पटरियों पर मेट्रो दौड़ती है।

1 thought on “रांची,धनबाद और जमशेदपुर को मिल सकती है मेट्रो की सौगात – केंद्र ने राज्य सरकार से माँगा CMP”

Leave a Comment