मेडागास्कर में Gen Z का तूफान : –
भैया, इस हफ्ते दुनिया की खबरों में एक बड़ी हलचल मची है – अफ्रीका के मेडागास्कर देश में नेपाल की तरह Gen-Z यानि आज के नौजवानों की क्रांति ने सरकार ही बदल डाली! ये कोई विदेश की प्रोफेशनल स्टोरी नहीं, बल्कि उसी सोशल मीडिया वाली जेनरेशन का जोरदार कमाल है, जिसकी बातें हम रोज़ घर-गली-बाज़ार सुनते हैं।
कहां से शुरू हुई बात : –
समस्या साधारण थी – पानी और बिजली की किल्लत, महंगाई और भ्रष्टाचार। मेडागास्कर की राजधानी अंटानानारिवो में 25 सितंबर से हजारों युवा सड़कों पर उतरने लगे। फेसबुक, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम– हर जगह ‘ChangeMadagascar’ का ट्रेंड छाया। शुरुआत सिर्फ पानी-बिजली की मांग से हुई, फिर नाराज़गी सरकार तक बढ़ गई।
आंदोलन का रंग और कहानी : –
तीन हफ्ते तक Gen-Z के युवाओं ने ना सिर्फ सड़कें घेर कर नारे लगाए, बल्कि सोशल मीडिया के ज़रिए पूरा देश जोड़ दिया। धीरे-धीरे उनमें एक खास चीज दिखी – नेपाल के विरोध जैसी एकता और जोश। कुछ जगह हिंसा भी हो गई, पुलिस और प्रदर्शनकारी आमने-सामने थे, और ऐसी झड़पों में 22 लोगों की मौत की खबर भी आई।मेडागास्कर के युवा कह रहे थे, “हमें सिर्फ वोट नहीं, सही जिंदगी चाहिए!” देश में 3 करोड़ की आबादी है और औसत उम्र 20 साल से कम। सत्तर प्रतिशत लोग गरीबी रेखा के नीचे जी रहे हैं – ऐसे में युवा सोचते हैं, अब बदलाव हो।

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सरकार की हालत और भारी उलटफेर : –
ज़ोर पकड़ते प्रदर्शन के बीच राष्ट्रपति एंड्री राजोइलिना ने देश छोड़ दिया। सोशल मीडिया पर वीडियो में दिखाया, “अपनी जान बचाने के लिए भाग रहा हूँ।” राष्ट्रपति सप्ताह भर तक छुपा रहा, फिर फ्रांसीसी सैन्य विमान में देश छोड़कर नामालूम जगह चला गया। विपक्ष और सेना के एक हिस्से ने भी युवाओं का साथ दिया, और सत्ता ही गिर गई!
महज़ तीन हफ्तों में यहां “नेपाल जैसी Gen-Z क्रांति” हो गई।
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जनरल ज़ेड क्रांति कैसे बनी मिसाल ?
मेडागास्कर के आंदोलन ने ये दिखा दिया कि Gen-Z सिर्फ स्क्रीन की दुनिया में नहीं, असली बदलाव भी ला सकती है। शहर से गांव तक सोशल मीडिया की ताकत दिखी – हैशटैग ट्रेंड हुए, लाइव वीडियो की वजह से स्थानीय लोग भी सड़कों पर उतर गए। इंटरनेट शटडाउन, कर्फ्यू और मीडिया बैन भी पब्लिक का जोश नहीं रोक सके।
आम आदमी के लिए क्या मायने ?
भैया, हम-तुम तो यही जानते थे कि अफ्रीका, नेपाल ये दूर-दूर की बातें हैं। लेकिन मेडागास्कर में जिस तरीके का युवा आंदोलन हुआ – वह कहीं भी हो सकता है। जब आम लोग बुनियादी चीज़ों के लिए लड़ने उतार जाएं और युवा पूरी तरह संगठित हों, तो क्रांति में बहुत बड़ा असर हो सकता है। सोशल मीडिया आजकल सिर्फ टाइम पास नहीं, बदलाव का हथियार बन गया।
आगे क्या ?
अब मेडागास्कर में सेना ने अंतरिम सरकार बनाई है। पर असल खेल Gen-Z का रहा, जिसने नेपाल और श्रीलंका जैसे आंदोलनों से सीखकर बदलाव कर दिखाया। सारी दुनिया देख रही है – आने वाला वक्त युवाओं का ही होगा!